Bhopal: गौरतलब है कि साल 2018 से ही तेल कंपनियां (Fuel Company) प्रायोगिक स्तर पर कई शहरों में डीजल की होम डिलीवरी कर रही हैं। लेकिन अब इसे बड़े पैमाने पर करने तैयारी है। अगर आप कोई बड़ा बिजनेस करने का मन बना रहे है, तो आपके पास एक शानदार आइडिया होना जरूरी है। अगर आपके पैसा है, मगर आइडिया नहीं तो वो हम आपको बता रहे हैं।
आप ऑनलाइन पेट्रोल-डीजल (Online Petrol Diesel Business) बेच कर तगड़ी कमाई कर सकते हैं। कुछ ऐसा ही किया एक स्टार्टअप ने। जी हां एक स्टार्टअप ने ऑनलाइन फ्यूल (Online Fuel) की बिक्री। आज इस स्टार्टअप का कारोबार 100 करोड़ रु है। आप भी इस स्टार्टअप की तरह ही अपना ऑनलाइन फ्यूल बिजनेस (Online Fuel Business) शुरू कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे।
अगर आप आपना कारोबार शुरू करना चाहते हैं, तो आप ऑनलाइन फ्यूल यानी डीजल बेचकर करोड़ों में कमाई कर सकते हैं। इसके लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि (BPCL), पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को (PESCO) जैसी तेल कंपनियां मदद करेगी। इसके अलावा आप सरकार से मदद ले सकते हैं।
पेपफ्यूल डॉट कॉम सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप है। पेपफ्यूल्स का इंडियन ऑयल के साथ थर्ड पार्टी एग्रीमेंट है। यह डोर-टू-डोर डिलीवरी के लिए है। इस ऐप पर ग्राहक ऑनलाइन या मैसेज के जरिए ऑर्डर कर सकते हैं। नोएडा के टिकेन्द्र, प्रतीक और संदीप तीनों ने मिलकर इसे स्टार्ट किया है। कारोबार शुरू के कुछ सालों बाद की इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ के आसपास पहुंच गया।
तेल मार्केटिंग कंपनियों ने देश में बड़े स्तर डीजल की होम डिलिवरी करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कंपनियों ने इच्छुक फर्मों से अभिरुचि पत्र यानी एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (EoI) मांगे हैं। इससे इस क्षेत्र में सक्रिय स्टार्टअप के लिए करीब 2,000 करोड़ रुपये का बाजार खुल सकता है।
ईंधन की डिलीवरी करने वाले स्टार्टअप को खुद को फ्यूल आंत्रप्रेन्योर्स के रूप में रजिस्टर्ड करवाना होगा और इससे वे डीजल के आधिकारिक रीसेलर्स बन सकते हैं। अभी Fuel Buddy, Pep fuels, My Petrol Pump, हमसफर जैसे कई स्टार्टअप इंडियन ऑयल, एचपीसीएल जैसी तेल कंपनियों की ईंधन डिलीवरी में मदद कर रहे हैं। ये फर्म अब आधिकारिक रूप से अपने नाम से बिल बनाते हुए ग्राहकों को डीजल की आपूर्ति कर सकेंगे।
12 लाख का निवेश बनाएगा करोड़पति
यह डोर-टू-डोर डिलीवरी (Online Diesel Delivery) के लिए है। इस ऐप पर ग्राहक ऑनलाइन या मैसेज के जरिए ऑर्डर कर सकते हैं। नोएडा के टिकेन्द्र, प्रतीक और संदीप तीनों ने मिलकर इसे स्टार्ट किया है। अनुमानतः लगभग 12 लाख से व्यापार शुरू करने के कुछ सालों बाद ही इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ के आसपास पहुँच गया।
घर घर जाकर ली प्रतिक्रिया
साथ ही इस स्टार्टअप के फाउंडर टिकेन्द्र से बातचीत के दौरान बताते हैं कि इस पर काफी खोज की गई। यहाँ तक कि घर-घर जाकर लोगों से बात की और Online प्रतिक्रिया जानी। प्रतिक्रिया में पता चला हर दूसरे आदमी ने यही कहा कि पेट्रोल-डीजल के लिए ऑनलाइन ऐप होना चाहिए। हालांकि, पेट्रोल-डीजल की ऑनलाइन डिलीवरी का कारोबार शुरू करना काफी रिस्की है। इसमें समझ नही आ रहा था कि ये कितने आगे तक जायेगा। लेकिन मेहनत रंग लाते हुए दिखाई दे रही है।
स्टार्टअप का आईडिया कैसे आया
टिकेन्द्र बताते हैं कि 2016 तक देश में पेट्रोल डिलीवरी की परमिशन नहीं थी। इस काम को शुरू नही किया जा सकता था। हाल ही में सरकार ने इसकी परमिशन दे दी है। उस वक्त हमारे सामने सिर्फ डीजल डिलीवरी ही एकमात्र ऑप्शन था। हमने डीजल की डिलीवरी पर ही काम शुरू कर दिया।
साथ ही कंपनी के एक अन्य फाउंडर संदीप बताते हैं, हमने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि(BPCL), पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को(PESCO) जैसी तेल कंपनियों को अपना-अपना feadbeck भेजा। इस काम को आगे बढ़ाने के लिए उनके साथ बातचीत की। साथ ही हमने अपने-अपने स्टार्टअप का आइडिया PMO को भी भेजा था।
कुछ दिनों बाद ही हमें PMO से प्रतिक्रिया आ गई थी। दूसरी, तरफ फरीदाबाद स्थित इंडियन ऑयल की तरफ से भी हमें हमारे कारोबार का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानी DPR सौंपने को कहा गया। वे कहते हैं, हमने अपने प्रोजेक्ट की DPR इंडियन ऑयल को भेजी। अप्रूवल मिलने की प्रतीक्षा करने लगे। जैसे ही सब सही हो जाये काम स्टार्ट किया जा सके। अप्रूवल को सही से परमिट मिल जाये। अप्रूवल मिलते ही हमने अपना बिजनेस शुरू कर दिया।
तीन दोस्तों ने मिल कर किया शुरू
हम बात कर रहे हैं पेपफ्यूल (Pepfuel) की। इस स्टार्टअप (Startup) को नोएडा के दोस्तों ने मिल कर शुरू किया था। जब इन्होंने बिजनेस स्टार्ट किया था, तब इनके मन मे भी बहुत सवाल थे, लेकिन मेहनत और लगन ने सभी का जवाब दे दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इनके नाम हैं टिकेन्द्र, प्रतीक और संदीप। पेपफ्यूल स्टार्टअप को सरकार से मान्यता मिल चुकी है। इस स्टार्टअप का बिजनेस (Startup Business) है, लोगों के दरवाजे पर पेट्रोल और डीजल की डिलिवरी करना। इसके लिए ये ऑनलाइन ऑर्डर लेते हैं। आप भी पेपफ्यूल पर ईंधन के लिए ऑर्डर दे सकते हैं।
एक आईडिया ने बनाया करोड़पति
आज के समय में पेपफ्यूल का सालाना कारोबार ही 100 करोड़ रु का है। बिजनेस के इस आईडिया (IDEA) ने सभी को हैरानी में डाल दिया। लेकिन सच तो यही है कि यदि आपके पास मेहनत करने की ताकत है, तो आप हर परिस्थिति में सफल बिजनेस मैन (Businessman) बन सकते है।
बता दें कि ऑनलाइन फ्यूल बेचने (Online Fuel Sell) का बिजनेस एक जबरदस्त आइडिया (Awesome Idea) था, जिसे पेपफ्यूल के संस्थापकों ने एक बिजनेस में बदल दिया। हालांकि इस स्टार्टअप की शुरुआत से पहले काफी मेहनत की गयी। टिकेन्द्र के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में लोगों के घर जाकर उनकी प्रतिक्रिया ली। अधिकतर लोग ऑनलाइन ईंधन खरीदने के लिए ऐप चाहते थे।
शुरुआत कैसे हुई
2016 तक सरकार ने पेट्रोल की डिलिवरी की छूट नहीं दी थी। इसलिए पेपफ्यूल ने शुरुआत डीजल से की। बाकी अब हाल ही में सरकार ने पेट्रोल की डिलिवरी की भी परमिशन दे दी है। डीजल से शुरुआत करने वाले पेपफ्यूल के संस्थापकों ने काफी मेहनत की। अगर आप भी पेट्रोल-डीजल की ऑनलाइन डिलीवरी का कारोबार शुरू करना चाहते हैं, इसमें काफी कठिनाई आएंगी। लेकिन आपको करोड़पति बनने से कोई रोक नही सकता।
प्रधानमंत्री ऑफिस से मिली परमिशन
शुरुआत में पेपफ्यूल के संस्थापकों ने पीएमओ (प्रधानमंत्री ऑफिस) को अपने बिजनेस का आइडिया भेजा। घर घर जाकर सभी के मन की बात जानी। अधिकतर लोग ऑनलाइन ऐप के पक्ष में थे। लोगो की प्रतिक्रिया लेकर इस आईडिया को बिजनेस में बदलना चाहा। PMO से भी कुछ दिन में मंजूरी मिल गयी। फिर इंडियन ऑयल ने उनसे एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट पेश करने को कहा। इंडियन ऑयल से मंजूरी लेने के बाद उन्होंने बिजनेस की शुरुआत की। उन्होंने अपने बिजनेस का आइडिया इंडियन ऑयल के अलावा भारत पेट्रोलियम, पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस आदि कंपनियों को भी भेजा था।
आप कैसे करें बिजनेस
अगर आप भी इस काम को करने के पक्ष में है तो जरूर शुरू करे। शुरुआती दौर में थोड़ी कठिनाई आएंगी, लेकिन फिर आपको मोटी कमाई होने से कोई रोक नही सकता। आप भी इसी प्रोसेस के तहत अपना ऑनलाइन फ्यूल बिजनेस शुरू कर सकते हैं। आपको इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस के अलावा सरकारी मदद भी मिल सकती है।
हालांकि इसके लिए कम से कम 12 लाख रु के निवेश की जरूरत पड़ सकती है। इस काम को शुरू करने के लिए आपके पास 12 लाख रुपये होना जरूरी है। यदि आप काम मे रुचि रख रहे है करने की सोच रहे है लेकिन पैसा नही है, तो सरकार की मुद्रा योजना आपके बहुत काम आ सकती है। इस योजना का लाभ ले सकते है।
इस योजना के तहत बिजनेस शुरू करने और उसे बढ़ाने के लिए लोन मिलता है। मुद्रा योजना के तहत 10 लाख रु तक का लोन लिया जा सकता है। इनमें यदि आप अपना बिजनेस (Own Business) शुरू करना चाहते हैं, तो आपको शिशु लोन यानी 50 हजार रुपये की मदद मिलेगी। वहीं किशोर मुद्रा लोन स्कीम के तहत 50 हजार रु से 5 लाख रु तक का लोन मिल सकता है। इसी तरह तरुण लोन कैटेगरी में 10 लाख रु तक की मदद मिल सकती है। इससे आप अपने काम को स्टार्ट कर सकते है।